Welcome to my Romantic world…
प्यार, ये शब्द अपने आप में अबूझ और असीम है। जिसके जीवन में इसकी सुगंध घुली हुई है उसे समूचा जग प्राप्त है। प्यार में होना एक उपलब्धि है क्योंकि ये ऐसा एहसास है जिसे किसी पूॅंजी के बल पर खरीदा नहीं जा सकता है बल्कि यह स्वयं में एक साम्राज्य है जिसकी सत्ता हर व्यक्ति के हाथ नहीं आ पाती है। हम आपके लिए कुछ चुनिंदा Love Poem In Hindi पेश कर रहे हैं जो आपको मोहब्बत के नशे से तर-ब-तर कर देंगी। ऊपरवाले से प्रार्थना करते हैं कि आप सब पर प्यार हमेशा मेहरबान रहे।
Love, this word in itself is unfathomable and limitless. The one in whose life its fragrance is mixed, he gets the whole world. Being in love is an achievement because it is such a feeling that cannot be bought on the strength of any capital, rather it is an empire in itself whose power is not in the hands of every person. we have selected some Love Poem In Hindi for you. Presenting which will make you drowsy with the intoxication of love. Pray to the almighty that love is always kind to all of you.
Emotional Love Poems In Hindi Images | अशर्फियाँ
देता नहीं मैं तुझे चाँद तारे देने की तसल्ली
है वादा, न होने दूँगा काली कमरे की झिल्ली
जलाकर शरारे अपने अरमानों के बनूँगा लौ
बनाऊँगा हर कोना तेरा फ़ानूस रोशनी के सौ
लगे जलने तपते सूरज की गर्मी से तेरा बदन
तोडूँगा टुकड़े आँसू के करने को शान्त तपन
बिखरा हूँ ज़मीं पे अक्सर किसी पारे जैसा
देखा जब-जब मुख पे तेरे उदासी का पैसा
तू कर दे सुपुर्द ये तमाम पैसा नाम पे मेरे
दूँगा अशर्फियाँ चैन की पढ़ ले ज़ुबान पे मेरे
न होने दूँगा बाल भी बाँका, ये जान ले
हो खत्म बीज बनूँगा पेड़ का साया मान ले।
-राज सरगम
Deta nhi main tujhe chaand taare dene ki tasalli
Hai wada na hone dunga kaali kamre ki jhilli
Jalakar sharaare apne armanon ke banunga lau
Banaunga har kona tera fanoos roshni ke sau
Lage jalne tapte suraj ki garmi se tera badan
Todunga tukde aansu ke karne ko shaant tapan
Bikhra hoon zameen pe aksar kisi pare jaisa
Dekha jab-jab mukh pe tere udaasi ka paisa
Tu kar de supurd ye tamaam paisa naam pe mere
Dunga asharfiyaan chain ki padh le zubaan pe mere
Na hone dunga baal bhi baanka ye jaan le
Ho khatm beej banunga ped ka saya maan le.
Romantic Poems In Hindi | लरज़ती हैं उँगलियाँ
लरज़ती हैं उँगलियाँ तस्वीर तेरी उभरती है
रहे होश-ओ-हवास में दुपट्टा, पिन चुभती है
लग जाता है बगीचा इत्र का हाथों में मेरे
ख़ुश-आमदीद* में खुशबू की जान डूबती है
जाती है लग शर्ट पे सुर्ख सी तेरी लिपस्टिक
नहीं करता मन धोने का दाग़ इसका ठीक
लगते हैं पूछने सवाल बेतुके से लोग बेतुके
दिखाऊं कम, लेकिन लेता हूँ छुपा अधिक
तस्वीर तेरी बने, कहे दुनिया मुझे मुसव्विर*
शहकार* तुझ सा बनाए हथेली मेरी अमीर
जाएं हों लकीरें इन्द्रधनुष मानिंद ओ हमसफ़र
मुख्तसर एक लरज़िश* बनाए मेरी तक़दीर।
-Raj Sargam
ख़ुश-आमदीद- शुभागमन, मुसव्विर- चित्रकार, शहकार- उत्कृष्ट रचना, लरज़िश- थरथराहट
Larzati hain ungliyan, tasveer teri ubharti hai
Rahe hosh-o-hawaas mein dupatta, pin chubhti hai
Lag jata hai bagicha itr ka haathon mein mere
Khush-aamdid mein khushboo ki jaan doobti hai
Jati hai lag shirt pe surkh si teri lipstick
Karta nhi man dhone ka, daag iska thik
Lagte hain puchhne sawaal betuke se log betuke
Dikhaun kum lekin leta hoon chhupa adhik
Tasveer teri bane, kahe duniya mujhe musavvir
Shehkaar tujh sa banaye hatheli meri ameer
Jayein hon lakeerein indradhanush manind o Humsafar
Mukhtasar ek larzish banaye meri taqdeer.
Love Poem In Hindi Text | विडियो कॉल
पहली बार जब विडियो कॉल पे बात हुई थी
तूने नैनों में झॉंकते हुए अनायास ही पूछा था
“आगे भी करोगे ना बात?”
कह दिया था “नहीं” मैंने बे-इरादतन माखौल में
गिरा था मोती तुझ से बिन इजाज़त
नाम से जिसके हूॅं आज तक अपरिचित
हुई थी विचित्र घटना उस वक्त माहौल में।
-राज सरगम
Pehli baar jab video call pe baat hui tha
Tune nainon me jhaankte hue anayaas hi pucha tha
“Aage bhi karoge na baat?”
Keh diya tha “nhi” maine be-iradatan makhaul mein
Gira tha Moti tujh se bin ijaazat
Naam se jiske hoon aaj tak apirichit
Hui thi vichitr ghatna us waqt mahaul mein!
Romantic Love Poems In Hindi | मनाली के जाड़े
मनाली के जाड़े, और तुम्हारे गर्म हाथ
खौल उठेंगे अंदर मेरे इश्क के जज़्बात
आओ करते हैं अठखेलियाँ रोहतॉंग में
भर दूॅं बर्फ मैं तुम्हारी इस सूनी माँग में
रहना सतर्क गर्म साँसों से ये पिघले ना
मौसम सदैव यही रहे, कभी बदले ना।
-राज सरगम
Manali ke jaade aur tumhare garm haath
Khaul uthenge ander mere ishq ke jazbaat
Aao karte hain athkheliyaan Rohtang mein
Bhar doon berf main tumhari is sooni maang mein
Rehna stark garm saanson se ye pighle na
Mausam sadaiv yehi rahe, kabhi badle na.
Heart Touching Love Poem In Hindi For Husband | आत्म मिलन
देह से आगे भी सीमाऍं हैं
क्या इतना नहीं पता
नोचना-खसोटना मोहब्बत है?
ऐ कमबखत है ये ख़ता
ये तो आत्म मिलन है
चुप्पी की तह में छिपी सदा।
-राज सरगम
Deh se aage bhi seemayein hain
Kya itna nhi pata
Nochna khasotna mohabbat hai?
Ae kambakht hai ye khata
Ye toh aatm milan hai
Chuppi ki teh mein chhipi sada.
सच्चे प्यार पर कविता | प्रेम धागे
कर दी रफ्फू उधड़ी आस तेरे प्रेम धागे से
पिछड़ गए थे किया एहसान आकर आगे से
होने लगे थे लुप्त शमां की भूल-भूलैया में
करने लगे महसूस जमे कदम अब भागे से
बनाते रहना हर पहर शबनमी इसी मानिंद
पायेंगे स्वयं को नींद में सने भी जागे-जागे से।
-राज सरगम
Kar di raffoo udhadi aas tere prem dhaage se
Pichhad gaye the kiya ehsaan aakar aage se
Hone lage the lupt shama ki bhool-bhulaiya mein
Karne lege mehsoos jame kadam ab bhaage se
Banate rehna har pehar shabnami isi maanind
Paayenge swaym ko nind mein sane bhi jaage-jaage se.
Images For Love Poem In Hindi | उल्फ़त के सिक्के
सपनों की जेब में उल्फ़त के सिक्के हैं
खनक से इनकी बड़े-बड़े धनवान फीके हैं
जानते हो बालम, बदला है आपने आलम
दोस्त स्वाभाविक, दुश्मन भी गले भींचे हैं
तमन्ना इंदु* की हमको पागलपन लगता है
मिल आपसे ब्रह्मांड कई कदमों के नीचे हैं
ज़रुर आप में कुछ न कुछ जादुई है
देखो ना बालू में भी धान के पौधे सींचे हैं
भगवान कसम हमें जन्म अगला चाहिए नहीं
आपने इसी जन्म सात जन्म के फोटो खींचे हैं।
-राज सरगम
इंदु- चाँद
Sapno ki jeb mein ulfat ke sikke hain
Khanak se inki bade-bade dhanvaan feeke hain
Jante ho balam badla hai aapne aalam
Dost swabhavik dushman bhi gale bhinche hain
Tamanna indu ki humko pagalpan lagta hai
Mil aapse bramhand kai kadmo ke niche hain
Zarur aapme kuch na kuch jadui hai
Dekho na baloo mein bhi dhan ke paudhe sinche hain
Bhagwan kasam humein janm agla chahiye nhi
Aapne isi janm saath janm ke photo khinche hain.
English Love Poem In Hindi | मॉंगे जो मजनूॅं
जाना बहुत आगे है मन मांझी
ना छूट पाए नौका से कलाई
सोचूॅं कभी छिपना तो छुपा लेना
इसी में निहित पलकों की भलाई
खोना-पाना शब्द वफ़ा के नहीं
ये अपने आप में नायाब कमाई
भर लेना बॉंहों में किसी बहाने
मॉंगे जो मजनूॅं लैला से गवाही
नज़ाकत नज़ाकत होती है जान
तू कायनात तुझमें ज़िंदा इलाही
फटा है लिबास बदन के गगन में
तू हम-कदम तो फटेहाल मैं शाही।
-राज सरगम
Jana bahut aage hai man maajhi
Na chhut paaye nauka se kalaai
Sochu kabhi chipna toh chupa lena
Isi mein nihit palkon ki bhalaai
Khona-pana shabd wafa ke nhi
Ye apne aap mein nayab kamaai
Bhar lena baahon mein kisi bahaane
Maange jo Majnu Laila se gawahi
Nazakat nazakat hoti hai jaan
Tu kaaynaat tujhme zinda ilaahi
Fata hai libaas badan ke gagan mein
Tu hum-kadam toh fatehaal main shaahi.
पहला प्यार पर कविता | Heart Beat
यदि Cycle ले आऊॅं
मंशा taxi की न कहना
बोलूॅं आशियॉं झोंपड़ी को
महल में न जा बसना
सींचूॅं पसीने की बूॅंद से
गर सूख जाए न हॅंसना
रचा है लहू की सुर्खी से
बस नब्ज़ को न कसना
की है बंदगी कई फुट
ग़लती से इंच न लिखना
बाकई में Heart Beat है तू
होगी बिछोड़े से बंद चलना।
-राज सरगम
Yadi cycle le aaun
Mansha texi ki na kehna
Bolun aashiyan jhompdi ko
Mehal mein na ja basna
Sinchun pasine ki boond se
Gar sookh jaye na hansna
Racha hai lahoo ki surkhi se
Bus nabz ko na kasna
Ki hai bandagi kai foot
Galti se inch na likhna
Baakai mein Heart Beat hai tu
Hogi bicchode se band chalna.
सुंदर कविता हिंदी में | Selfie
Selfie लेना है उसका शौक
बना के pout है उठाती मौज
लाली होंठों की करे घायल
दे मीठी कसक उसकी पायल
उठे लबों से इक हल्की जुंबिश
मिले बर्फीले एहसासों को तपिश
कहे चाँद, है जलन ऐसे सनम से
होते हैं अलहदा महक-ओ-चमन से
चहके इस बात पे ये शोख़ मन
हैं लगे पाने में उसे जन्मो जन्म।
-राज सरगम
Selfie lena hai uska shauk
Bana ke pout hai uthati mauj
Laali honthon ki kare ghayal
De mithi kasak uski payal
Uthe labon se ik halki jumbish
Mile berfile ehsaason ko tapish
Kahe chhand, hai jalan aise sanam se
Hote hain alhada mehak-o-chaman se
Chehke is baat pe ye shokh man
Hain lage pane mein use janmo janm.
Poems In Hindi | तमाम उम्र की तलाश
लगता है जब गला बैठने मुद्दत का
तब कहीं भगाने खिच-खिच आती हो
और कहती हो Sorry बाबू बिज़ी थी
क्या ये बात वाजिब है?
किए हैं लबालब मैंने बक्से आँसुओं के
खोल दूं तो बह जाओगी
मानता हूँ तुम पे बंदिशें चट्टान सी हैं
लेकिन तुम पे लदी ये सीमाऍं
मुझपे दरक आती हैं
हो महीन तंदरुस्त वजूद बिखर जाता है
सिमट जाऊॅं, देती है इससे पहले चोट कठिनाई
एक-आध मैसेज भेज दिया करो कभी
मन Notify हो जाता है
माना बीच में Break भी लाज़मी है
लेकिन प्यार में ऐसी गुस्ताखियाँ न हों तो अच्छा
सच कहूँ तो गंगा-जमुना बहाना मुझे नहीं आता
परन्तु तुम बिन चेहरा खिल भी नहीं पाता
इसलिए तुम उस कोने से इस कोने
मुझे भी याद फरमाओ
कहीं ये फासला महीनों का
तमाम उम्र की तलाश न हो जाए।
-राज सरगम
Lagta hai jab gala baithne muddat ka
Tab kahin bhagane khich-khich aati ho
Aur kehti ho, sorry babu busy thi
Kya ye baat vaajib hai?
Kiye hain labalab maine baxe aansuon ke
Khol doon toh beh jaogi
Manta hu tumpe bandishein chattan si hain
Lekin tumpe ladi ye seemayein
Mujhpe darak aati hain
Ho maheen tandrust vajood bikhar jata hai
Simat jaaun deti hai isse pehle chot kathinaai
Ek aadh message bhej diya karo kabhi
Man notify ho jata hai
Mana bich mein break bhi laazmi hai
Lekin pyaar mein aisi gustakhiaan na ho toh achcha
Such kahun toh Ganga-Jamuna bahana mujhe nhi aata
Parantu tum bin chehra khil bhi nhi pata
Isliye tum us kone se is kone
Mujhe bhi yaad farmaao
Kahin ye faasla mahino ka
Tamaam umr ki talaash na ho jaye.
Pyar Poem In Hindi | जवाब सवालों पे
है अटकी निशा उसके बालों पे
है चढ़ती-उतरती सुबह गालों पे
मैं, मैं नहीं, ना अपनाया अभी
फिर हुआ कैसे कब्ज़ा ख़यालों पे
शालीनता उसकी भा गई मुझे
वो पल एक वज़्नी सालों पे
चंचल चितवन जैसे श्याम घटा
टपके बूँद आए सकून छालों पे
छू ले गाल झुमका, मरूॅं जलन से
लग जाए चाबी दिल के तालों पे
बैठ जाऊॅं यदि ख्याली सोफे पे
जाता हूॅं उलझ इश्क जालों पे
उसकी मीठी साँसें हैं शायरियॉं
लिखूँ क्या पन्नों की दीवालों पे
सोम मंगल बुध आए न चैन
वो छुट्टी सी, दे शांति इतवारों पे
हूँ उसे नापसंद, न मानूँ ऐसा
कहे कुछ आए जवाब सवालों पे।
-राज सरगम
Hai atki nisha uske balon pe
Hai chadhti-utarati subah galon pe
Main main nhi na apnaya abhi
Fir huwa kaise kabza khyalon pe
Shaleenta uski bha gai mujhe
Woh pal ek vazni saalon pe
Chanchal chitwan jaise shyam ghata
Tapke boond aaye sukoon chhalon pe
Chhu le gaal jhumka maru jalan se
Lag jaae chaabi dil ke taalon pe
Baith jaaun yadi khyali sofe pe
Jata hoon uljh ishq jaalon pe
Uski meeti saansein hain shayariyaan
Likhun kya panno ke deewalon pe
Som Mangal Budh aaye na chain
Woh chhutti si de shanti itvaaron pe
Hoon use na pasand na manu aisa
Kahe kuch aaye jawaab sawalon pe.
Pyaar Par Kavita Hindi Mein | पहाड़ सा वो
मुख्तसर सी मैं, पहाड़ सा वो
बन जाऊँ घाटी, आँचल दे जो
है वो सरिता, हो जाऊँ रास्ता
उम्दा सदियों से अपना वास्ता
हूँ समर्पित हर बात पर उसकी
लूॅं रोज़ उसके प्यार की चुस्की
किया बयाँ सामने उसके मैंने ये सब
कोर उसकी नम थीं, हैरां था गज़ब।
राज सरगम
Mukhtsar si main, pahad sa woh
Ban jaun ghaati aanchal de jo
Hai woh sarita, ho jaun rasta
Umda sadion se apna vaasta
Hoon samarpit har baat par uski
Loon roz uske pyaar ki chuski
Kiya bayaan samne uske maine ye sab
Kor uski nam thi, hairaan tha gazab!
Most Romantic Hindi Lines | रेशमी Kiss
तूने मुझे स्वीट क्या कहा
मुझमें चींटियाँ लग गईं
आभास रेशमी kiss का
नमकीन अदा जग गई
है तू मोबाइल network सी
तेरी हाज़िरी में 5G सा भागता हूँ
तुझ बिन signal असंभव
इसी बात से सोता जागता हूँ
हूँ बसा पर्वत, तू city वाली
मैं मेला गाँव का, तू दीवाली
Famous तू दुनिया जहाँ में
यही सोच के मैंने भी मना ली
तुझमें sweetness की खानें हैं
इसीलिए तूने मुझे स्वीट कह डाला
ढाँप ले चुनरी से, लगे ना आँख कहीं
हो बुरी निगाह वाले का मुँह काला।
-राज सरगम
Tune mujhe sweet kya kaha
Mujhme chintiyan lag gayi
Aabhaas reshmi kiss ka
Namkeen ada jag gayi
Hai tu mobile network si
Teri haziri mein 5g sa bhagta hoon
Tujh bin signal asambhav
Isi baat se sota jagta hoon
Hoon basa parvat, tu city wali
Main mela gaon ka tu Diwali
Famous tu duniya jahan mein
Yehi soch ke maine bhi mana li
Tujhme sweetness ki khaanein hain
Isliye tune mujhe sweet keh dala
Dhaamp le chunari se lage na aankh kahin
Ho buri nigaah wale ka munh kaala.
Online Wala Pyar Poem | Internet वाला प्यार
हुआ है अच्छे-खासे दिमाग पे भूत सवार
बॅंटे प्रसाद सदृश हर गली हर दरबार
दिखें ना एक साथ हक़ीक़त के आइने में
फिर क्यों एक-दूजे पे अंधा-बहरा ऐतबार
Emoji कभी कर के साझा तस्वीर
उड़ाते फिरें लगाव के गुलाब बेशुमार
भेजकर hello, hi, how are you
दिलाते हैं याद एक-दूजे को बारम्बार
ये चाहत आधुनिकता संग बढ़ती जाएगी
उभरेगी बनकर श्राप तो कहीं उपकार
हो गया बेतरतीब internet वाला प्यार
कमल कहीं शून्य इस दलदल में संसार!
-राज सरगम
Huwa hai achche-khaase dimag pe bhoot sawaar
Bante prasaad sdrish har gali har darbaar
Dikhein na ek saath haqeeqat ke aaine mein
Fir kyon ek-duje pe andha behra aitbaar
Emoji kabhi karke saajha tasveer
Udaate firein lagaav ke gulaab beshumaar
bejhkar hello, hi, how are you
Dilaate hain yaad ek-duje ko barambaar
Ye chahat aadhunikta sang badhti jayegi
Ubharegi bankar shraap toh kahin upkaar
Ho gaya betarteeb Internet Wala Pyaar
Kamal kahin shuny is daldal mein sansaar.
Yaad Poetry In Hindi Love | गीली दुआ
आई जब याद, तरसा तेरे दीदार को जी
पूछ मोबाइल गैलरी से फोटो तलाश की
हो के उदास दिल बैठा मायूसी के झूले पे
वैरी cellphone से फोटो हुई delete थी
बोलीं चीख चीख आँखें, नम हो जाएँ क्या
देता कैसे इजाज़त, है सीलन पर तेरी बद्दुआ
हूँ टूटा-फूटा बेबस बिना तुझ से गुफ़्तगू किए
हिल जाएगी बुनियाद न हो फीका रंग गेहुंआ
हुए हैं फ़ासले हावी, आ जा बिजली सी
बैठी है औंधे मुंह सहमी सहमी गीली दुआ।
-Raj Sargam
Aai jab yaad tarsa tere deedar ko jee
Puch mobile gallery se photo talash ki
Hoke dil udaas baitha mayusi ke jhule pe
Vairi cellphone se photo hui delete thi
Boli chikh chikh aankhein nam ho jayein kya
Deta kaise ijazat hai seelan par teri badduaa
Hoon toota foota bebas bina tujh se guftgu kiye
Hil jayegi buniaad na ho feeka rang gehunaa
Hue hain faasle haavi aa ja bijli si
Baithi hai aundhe munh sehmi sehmi geeli duaa.
Long Distance Love Poem In Hindi | जादू की झप्पी
वो पहली जादू की झप्पी
ताज़ा-तरीन साँसों में अभी
मांद हो चली थीं रश्मियाँ
जैसे छाँव के बरामदे में रवि
थे सिमटे कली से गुलशन में
बन गईं सुमन ख्वाहिशें दबी
था अंजान तआरुफ़ लफ़्ज़ों से
सीने से लगाने से हो गये कवि
होते हैं कष्ट गुमगश्ता झप्पी से
की छुअन ने मुकम्मल ये छवि।
-Raj Sargam
Woh pehli jaadu ki jhhappi
Taza-tareen saason me abhi
Maand ho chali thi rashmiyaan
Jaise chhaanv ke baramde mein ravi
The simte kali se gulshan mein
Ban gayin suman khwahishein dabi
Tha anjan tawaruf lafzon se
Seene se lagane se ho gaye kavi
Hote hain kasht gumgashta jhhappi se
Ki chhuwan ne mukammal ye chhavi.
Love Poetry In Hindi For Husband | फीता काट लूॅं
फीता काट लूॅं आ तो सही
मिठाई बॉंट लूॅं आ तो सही
करेंगे कानाफूसी सगे-पराये
सबको डॉंट लूॅं आ तो सही
पास आना है कठिनाई भरा
लम्हे छॉंट लूॅं आ तो सही
ढूॅंढी है नमी रेगिस्तान में
बूॅंदें ऑंक लूॅं आ तो सही
हालात जो भी हों निभाएंगे
गॉंठ बॉंध लूॅं आ तो सही।
-Raj Sargam
Fita kaat loon aa toh sahi
Mithaai baant loon aa toh sahi
Karenge kanafoosi sage-paraaye
Sabko daant loon aa toh sahi
Paas aana hai kathinaai se bhara
Lamhe chhaant loon aa toh sahi
Dhundhi hai nami registaan mein
Boondein aank loon aa toh sahi
Halaat jo bhi ho nibhayenge
Gaanth bandh loon aa toh sahi.
Short Hindi Love Poems | होता जब अकेला हूँ
होता जब अकेला हूँ लगता आधा हूँ
हो चुटकी बात तुमसे होता मुकम्मल हूँ
छू लेती हो जब एक क़तरा साहिल से
होता दलदल में खिलता हुआ कमल हूँ
बिन पेंदी का लोटा,हो जाऊँ यहाँ-वहाँ
बस इतना कह देना मैं इसका हल हूँ
कट गए पौधे तस्करी हवाओं की हो गई
तुम ही कहो रेगिस्तान हूँ या जॅंगल हूँ
बन सिपाही आ जाओ बचाने कहीं से
बोलबाला डाकुओं का जैसे घाटी चंबल हूँ
ढाल दो अंतिम साँचे में बेशक्ल सप्ताह
क्योंकि न अभी सोम, न ही मॅंगल हूँ।
-राज सरगम
Hota jab akela hoon lagta adha hoon
Ho chutki baat tumse hota mukammal hoon
Choo leti ho jab ek qatra saahil se
Hota daldal mein khilta huaa kamal hoon
Bin paindi ka lota ho jaun yahan-wahan
Bus itna keh dena main iska hal hoon
Kat gaye paudhe taskari hawaon ki ho gayi
Tum hi kaho registaan hoon ya jangal hoon
Ban sipahi aa jao bachane kahin se
Bolbala daakuon ka jaise ghaati Chambal hoon
Dhaal do antim saanche mein beshakl saptaah
Kyonki na abhi Som na hi Mangal hoon.
Deep Love Poetry | ख्याली पुलाव
और मैं उसे पा ही लेता हूं
कितना अच्छा है ख्याली पुलाव
खा जाता हूं शिकस्त खुद ही से
उसकी बाज़ी, उसी का दांव
खुले जब खिड़की आंख की
कहीं साहिल मिले कहीं नाव।
-राज सरगम
Aur main usey pa hi leta hoon
Kitna achcha hai khyaali pulaav
Kha jata hoon shikast khud hi se
Uski baazi usi ka daanv
Khule jab khidki aankh ki
Kahin saahil mile kahin naav.
Love Poem In Hindi 2 Line | कल का कार्यक्रम
तुझे चाय पे बुलाना है
असल में चाय बहाना है
हमको एक ही टेबल पे
एक-दूजे में खो जाना है
होगी मनाही चीनी को
होंठों से मीठा पिलाना है
ताकने लगेंगी प्लेट-चमच्चें
हमें उनका दिल जलाना है
बिल अमीर दिल चुकाएगा
सहारे इसी के मुकाम पाना है
हो चुका तय कल का कार्यक्रम
ख्वावों के ढाबे पे रुक जाना है
जो है प्रसिद्ध आशिकों के बीच
जिसे धुरंधरों ने भी खूब माना है।
-राज सरगम
Tujhe chaay pe bulana hai
Asal mein chaay bahana hai
Humko ek hi table pe
Ek-duje mein kho jana hai
Hogi manahi chini ko
Hothon se mitha pilana hai
Taakne lagengi plate-chamchchein
Humein unka dil jalana hai
Bill ameer dil chukayega
Sahare isi ke mukaam pana hai
Ho chuka tay kal ka karyakram
Khwabon ke dhaabe pe ruk jana hai
Jo hai prasiddh aashiqon ke bich
Jise dhurandaron ne bhi khoob mana hai.
Internet Wala Pyar Poem | Notepad
कर ले चैक notepad
शब्द शब्द तेरी हाजि़री
नहीं पीछे ledger भी
हर पन्ने तेरा हिसाब
हूँ शून्य मैं गणित में
लूं सहारा सिर्फ़ तेरी
चाहत के जोड़-घटाव का
उतरे स्वयं पन्नों पे जवाब।
-राज सरगम
Kar le check notepad
Shabd-shabd teri haaziri
Nhi piche ledger bhi
Har panne tera hisaab
Hoon shoonya main ganit mein
Loon sahara sirf teri
Chahat ke jod-ghataav ka
Utre swaym pannon par jawaab.
Ishq Par Kavita Hindi Mein | बेहिजाब
बे-हिजाब उनका इस अंजुमन* में आना
है तय बिजलीघरों में ताला लग जाना
उभर आएगी कुलबुलाहट मानसपटल पे
कितनी संख्या में, मुश्किल कह पाना
हैं बेसब्र नयन उन उत्कृष्ट क्षणों के लिए कि
किस जगह बसेगा उनका निगाह-ए-ठिकाना
मसले की निर्भरता अब उनके चुनाव पर है
गाज सिर्फ हमपे गिरेगी या आएगा ज़द* में पाई-आना।
-राज सरगम
अंजुमन- सभा, महफ़िल, ज़द- निशाना
Be-hijaab unka is anjuman mein aana
Hai tay bijligharon mein tala lag jana
Ubhar aayegi kulbulahat manaspatal pe
Kitni sankhya mein, mushkil keh pana
Hain besabr nayan un utkrisht kshanon ke liye ki
Kis jagah basega unka nigaah-e-thikana
Masle ki nirbharta ab unke chunaav par hai
Gaaj sirf humpe giregi ya aayega zad mein paai-aana.
Poem On Love | सजदा आदाब
कर पीछा चूमे बादल मेरे महबूब का ललाट
देकर बौछार करे मेरी कोर-कोर पर आघात
भरे लम्बी सूखी अवधि उपरांत उल्फ़त तालाब
चढ़ जाएं बली की वेदी तमाम मनमुटाव
करे कलाबाज़ियां समोए मौन की आस्था में
टोना जानता है या असरकारी सजदा आदाब!
-राज सरगम
Kar pichha choome badal mere mehboob ka lalaat
Dekar bauchhar kare meri kor-kor par aaghaat
Bhare lambi sukhi avadhi upraant ulfat talaab
Chadh jayein bali ki vedi manmutaav
Kare kalabazian samoye maun ki aastha mein
Tona janta hai ya asarkari sajda aadaab.
Love Poem In Hindi For Gilfriend | मनचाहा फल
फूँक गया नजूमी* कानों में रहस्यमयी बतियाँ
होगा तुम पर उसका आधिपत्य शाम सहर रतियाँ
आएगा सामने तो निकलेंगे शब्द अवकाश पर
करेंगे अपनी सहूलियत के हिसाब से मनमर्ज़ियाँ
कब गिरेगा वक्त की डाल से वो मनचाहा फल
पूजूं जिसके लिए बना उसके वचनों की मूर्तियाँ।
-राज सरगम
नजूमी- ज्योतिष
Foonk gaya najoomi kaanon mein rehsaynayi batiyaan
Hoga tum par uska aadhipatya shaam sehar ratiyaan
Aayega saamne toh nikalenge shabd awkaash par
Karenge apni sahooliyat ke hisaab se manmarziyaan
Kab girega waqt ki daal se woh manchaha fal
Poojun jiske liye bna uske vachanon ki moortiyaan.
Rekhta Love Poem In Hindi Urdu | लगन काशी है
बे-अदबी की तामील* करूँ, मैं दास नहीं
तुझ में आसक्त हूँ, क्यों विश्वास नहीं
जानता हूँ गोते लगाना हुस्न के सागर में
तेरे दिमाग़ को आती ये बात रास नहीं
हूँ यारों की सल्तनत में राजकुमार मैं
हूँ सरमाया-ए-जिगर, तू माने खास नहीं
मोहब्बत में छोटे बड़े से क्या लेना-देना
इसके दरम्यान गुरूर का रहता वास नहीं
धड़कनों के ब्रह्माण्ड में लगन काशी है
बारहों मास आरती की जाए, होता ह्रास नहीं
दे अगर अपने पावन प्रांगण में स्थान मुझे
मेरे लिए सर्वोपरि तू किंतु परंतु काश नहीं
करेगी निर्माण महल का इस उर झोंपड़ी में
सजाने चैत-बैशाख के तुझ बिन बुरांश नहीं।
-राज सरगम
तामील- आज्ञा का पालन| ह्रास- क्षय, अभाव
Be-adabi ki taamil karu, main daas nhi
Tujh mein aasakt hoon kyon vishwaas nhi
Janta hoon gote lagana husn ke saagar mein
Tere dimaag ko aati ye baat raas nhi
Hoon yaaron ki saltnat mein rajkumar main
Hoon sarmaya-e-jigar, tu mane khaas nhi
Mohabbat mein chhote-bade se kya lena dena
Iske darmyaan guroor ka rehta vaas nhi
Dhadkano ke brahmand mein lagan Kaashi hai
Baarho maas aarti ki jaaye, hota hraas nhi
De agar apne paawan prangan mein staan mujhe
Mere liye sarvopari tu, kintu parantu kaash nhi
Karegi nirmaan mehal ka is uur jhompdi mein
Sajane Chait-Baishakh ke tujh bin Buraansh nhi.
Best Love Poetry In Urdu | कल्पना के पार
आना बेझिझक मिलने कभी श्यामली रात में
चुराकर कालिमा दूंगा तुझे काजल उपहार
बिछाऊंगा कालीन हरी मखमली घास का
टांकने को सितारे तेरी बाली में बनूंगा सोनार
कहते हैं ज़मीं से जुड़े रहो, करूंगा अनुसरण
दूंगा ऐसे में मिट्टी के घड़े में मथा हुआ ऐतवार
खोलूंगा अतीत की कलई बिना लाग-लपेट
ताकि न हो पैनी आगे संदेह की कतरनी की धार
रात बिस्तर का मोह तजने को आतुर पड़ेगी
होंगे उतने में हम सूरज चंदा की कल्पना के पार।
-राज सरगम
Aana bejhijhak milne kabhi shyamli raat mein
Churaakar kaalima doonga tujhe kajal uphaar
Bichhaunga kaalin hari makhmali ghaas ka
Taankne ko sitare teri baali mein banunga sonaar
Kehte hain zameen se jude raho, karunga anusaran
Dunga aise mein mitti ke ghade mein matha huwa aitvaar
Kholunga ateet ki kalai bina laag-lapet
Taaki na ho paini aage sandeh ki katarni ki dhaar
Raat bister ka moh tajne ko aatur padegi
Honge utne mein hum suraj-chanda ki kalpana ke paar.
Pyaar Par Likhi Love Poem In Hindi | अच्छी बुरी हमें निभानी
आ गई रोमांचक मोड़ पे कहानी
यारी मेरी पागल थोड़ी करे नादानी
चुप्पी-बोली सुरों के उतार-चढ़ाव
उपजें स्वत: प्रशंसनीय भाव जानी
उठाऊं नाज़ उसके अंगूठी में नगीना
माने पल में कभी हफ्तों भर मनमानी
करते रहेंगे कानाफूसी आस-पड़ोस
उनका क्या अच्छी बुरी हमें निभानी।
-राज सरगम
Aa gai romanchak mode par kahani
Yaari meri pagal thodi kare nadani
Chuppi-boli suron ke utaar-chadhav
Upajein swatah prashansniy bhaav jani
Uthaaun naaz uske angooti mein nagina
Maane pal mein kabhi hafton bhar manmani
Karte rahenge kanafoosi aas-pados
Unka kya achchhi-buri humein nibhani.
Love Poem In Hindi Urdu Text | उठेगी धूल
उठेगी धूल जब तेरे आँगन के सामने से
तो लग जाएगी शोख़ मन के काँच पे
पोंछना मत, पिघल जाएगी मौजूदगी
है बनाई तुझे देखने की तरक़ीब साँझ पे
मालूम, धूल को अत्यंत तुच्छ माना जाता है
कौन इसे गुलदस्ते पर जमने को बुलाता है
नतीजे मेघों के करें जब आलिंगन धरती का
वजूद इसका क्षण मात्र में ध्वस्त हो जाता है।
-राज सरगम
Uthedi dhool jab tere aangan ke saamne se
Toh lag jayegi shokh man ke kaanch pe
Ponchhna mat, pighal jayegi maujoodgi
Hai banaai tujhe dekhne ki tarqeeb saanjh pe
Maloom, dhool ko atyant tuchh mana jata hai
Kaun ise guldaste par jamne ko bulata hai
Natije meghon ke karein jab aalingan dharti ka
Vajood iska kshan maatr mein dhwast ho jata hai.
Heart Touching Love Poem In Hindi | चुस्की प्यार की
मिल भी पाए तो ख्यालों में
बंध गये रिश्तों के जालों में
था कितना ख़ूबसूरत मंथन
फेरती रही तू उँगलियाँ बालों में
बात वो दो पल की निराली थी
घटा नहीं था जो गुज़रे सालो में
दे गई वो एक चुस्की प्यार की
ना मिला ज़ायका सैकड़ों प्यालों में
डाल आँख में आँख किया निरंतर दीदार
बात ये पेश होगी अब तो मिसालों में
अचानक नींद उड़ी, सहम गए सपने
करने लगे लोग गिनती हमारी कंगालों में।
-राज सरगम
Mile bhi toh khyaalon mein
Bandh gaye rishton ke jaalon mein
Tha kitna khubsurat manthan
Ferti rahi tu ungliyaan baalon mein
Baat woh do pal ki nirali thi
Ghata nhi tha jo guzre saalon mein
De gayi woh ek chuski pyaar ki
Na mila zayka sainkdon pyaalon mein
Daal aankh mein aankh kiya nirantar didaar
Baat ye pesh hogi ab toh misalon mein
Achanak nind udi, seham gaye sapne
Karne lage log ginti humari kangaalon mein.
Cute Love Poem In Hindi For Her | क्या करोगे?
अचानक बिन सूचना चली जाऊं तो क्या करोगे
अपना नया पता ना बतलाऊं तो क्या करोगे
तुम्हारी नौकरी में जीना ही जीना कमाया है
ख़ुदा-ना-ख़्वास्ता* मौत कमाऊं तो क्या करोगे
तुम्हारी पोर के स्पर्श से लहू गतिमान है
तसव्वुर*-ए-स्थिरता लाऊं तो क्या करोगे
तुम्हारे अतिरिक्त मेरे पास रिश्तों का अकाल है
अकेलेपन द्वारा जकड़ी जाऊं तो क्या करोगे
लेकर आखरी दम गोद में निढाल पड़ी रहूंगी
काटना चिकोटी शायद फिर ज़िन्दा हो जाऊं!
बोलो, करोगे ना ऐसा?
-राज सरगम
ख़ुदा-ना-ख़्वास्ता- ईश्वर ना करे, तसव्वुर- कल्पना
Achanak bin soochna chali jaaun toh kya karoge
Apna naya pata na batlaun toh kya karoge
Tumhari naukri mein jeena hi jeena kamaya hai
Khuda-na-khwasta maut kamaun toh kya karoge
Tumhari por ke sparsh se lahoo gatimaan hai
Tasvvur-e-sthirta laaun toh kya karoge
Tumhare atirikt mere paas rishton ka akaal hai
Akelepan dwara jakdi jaun toh kya karoge
Lekar aakhri dum god mein nidhaal padi rahungi
Katna chikoti shayad fir zinda ho jaun
Bolo, karoge na aisa?
True Love Poem In Hindi Lyrics | क्या तुम्हें स्मरण है
क्या तुम्हें स्मरण है हम मिले थे
बाग़ में हमारे उल्फत गुल खिले थे
थी आई पेश चाव से वक़्त नाव
राह में पड़ती हर उर्मि
टकराकर इससे पीछे हो लेती
अब ना समंदर, ना ही नाव
बस! इसकी मौज संग
खुद को बहते पा रहे हैं
जिसके हर एक कतरे में हम
समय के अनुकूल मिले थे।
-राज सरगम
Kya tumhein smarn hai hum mithe the
Baag mein humare ulfat gul khile the
Thi aai pesh chhav se waqt naav
Raah mein padti har urmi
Takrakar isse pichhe ho leti
Ab na samandar na hi naav
Bus iski mauz sang
khud ko behte pa rahe hain
Jiske harek qatre mein hum
Samay ke anukool mile the.
Short English Love Poem In Hindi | तू मीठी, मैं नमकीन
तू फिफ्टी, मैं नाइनटीन
मैं रंगहीन, तू रंगीन
है गज़ब का अनुपात
मैं नादान, तू ज़हीन
क्या मतलब आयु का
हम आपस में तल्लीन
तू हो पतझड़ रंगीं
अन्यथा बहार अर्थ-हीन
बांचे तू कोरे पृष्ठ
इधर अक्ल मेरी महीन
करेंगे ठिठोली यार-दोस्त
हमारी चाहतें गिन-गिन
लागे नन्हीं झुर्रियां तेरी
उम्र जैसे दो-तीन
तू तसल्ली हौसलों की
आस मेरी तुझसे हसीन
चूमे गगन तू दरख़्त
तेरी छांव में मैं ज़मीन
तेरी उभरी नसों की गर्मी
मीठी छुअन पल हसीन
बाल तेरे चांदी सरीखे
किए चांदनी अपने अधीन
दिखाएं पथ अंधियारे में
बिछाए निशा जब कालीन
स्वाद हमारा ज़िंदा रहे
तू मीठी, मैं नमकीन।
-राज सरगम
Tu fifty, main nineteen
Main rangheen, tu rangeen
Hai gazab ka anupaat
Main nadan, tu zaheen
Kya matlab aayu ka
Hum aapas mein talleen
Tu ho patjhad rageen
Anyatha bahaar arthheen
Baanche tu kore prishth
Idhar akl meri maheen
Karenge thitholiyaar dost
Humari chahatein gin gin
laage nanhi jhurriyaan teri
Umr jaise do-teen
Tu tasalli hausalon ki
Aas meri tujhse haseen
Choome gagan, tu darkht
Teri chhaon mein main zameen
Teri ubhari nason ki garmi
Mithi chhuwan pal haseen
Baal tere chaandi sarikhe
Kiye chaandni apne adheen
Dikhayein path andhiyaare mein
Bichhaaye nisha jab kaalin
Swaad humara zinda rahe
Tu mithi, main namkeen.
Urdu Love Poem In Hindi Words For Lovers | सांवली माशूका
सांवली माशूका सी सुबह की चाय
तलब इसकी पौ फटते ही सताए
है शहज़ादी उफनते मिजाज़ की
जला सीना अपना शीतलता दिलाए
ना मिले चुम्बन इसका साँसें बेदम
दुआ है अपने बीच कोई ना आए।
-राज सरगम
Saamwali mashooka si subah ki chaay
Talab iski pau fat’te hi sataaye
Hai shahzadi ufanate mizaaj ki
Jala seena apna shitalta dilaaye
Na mile chumban iska saansein bedam
Duwa hai apne bich koi na aaye.
One Sided Love Poem In Hindi | इत्तफाक
मैं आज उसकी यादों के जंगल में बह आया
पंछी, पवन चमन था किस-किस का साया
चिपका मैं उसके आंचल के घनघोर तने से
थे एहसास चुम्बक या थी रची कोई माया
चूमा वायु ने, लगी ठंडक उसकी आँख सी
किया खूब खर्चा साँसों का, किए बिना ज़ाया
डालने लगी घास शबनम डाला मैंने बिस्तर
उसके गेसू ही तो लगे, ज़मीं हो जैसे काया
बैठा कुछ पल मैं ख़याली पीपल के ऑंगन
बाँहों की डाली ने शुद्ध हवा का पंखा झलाया
था ये भी गज़ब इत्तफाक, शायद पहली दफ़ा
थी डूबी धूप मिन्नतों में, माँगे साए से छाया
सुनने वालों, जानो तुम खुद ही आगे इसके
किसे न चाहिए ऐसा सनम, जैसा मैंने पाया।
-राज सरगम
Main aaj uski yaadon ke jungle mein beh aaya
Panchhi, pawan chaman tha kis kis ka saaya
Chipka main uske aanchal ke ghanghor tane se
The ehsaas chumbak ya thi rachi koi maaya
Chooma vaayu ne, lagi thandak uski aankh si
Kiya khoon kharcha saanson ka kiye bina zaaya
Daal lagi ghaas shabnam dala maine bistar
Uske gesu hi toh lage zameen ho jaise kaaya
Batha kuch pal main khyaali peepal ke aangan
bahon ki daali ne shuddh hawa ka pankha jhalaya
Tha ye bhi gazab ittefaaq, shayad pehli dafa
Thi doobi dhoop minnaton mein, maange saye se chhaya
Sunane walon, jano tum khud hi aage iske
Kise na chahiye aisa sanam, jaisa maine paya.
Best Heart Touching Poems | इश्क की नमी
हैं कुछ ख्वाब किसी के दबाव में
लेना वापस रहा नहीं अब स्वभाव में
होती कैसी है लफ्ज़ों की गहराई
डुबकी लगाई नहीं अभी किताब में
जले पे नमक की टीस का स्वाद
हाय! मिले तो सही चुभन घाव में
ज़ुल्मी सनम देता है इश्क की नमी
हॉं लेकिन डुबो के सूखे तालाब में
है बहुत पसंद उसका अंदाज़-ए-बयॉं
ख़ाली लौटूं ना, दे आधा कभी पाव में।
-राज सरगम
Hain kuch khwab kisi ke dabaav mein
Lena wapas raha nhi ab swabhaav mein
Hoti kaisi hai lafzon ki gehraai
Dubki lagaai nhi ab tak kitaab mein
Jale pe namak ki tees ka swaad
Haay! mile to sahi chubhan mein ghaav
Zulmi sanam deta hai ishq ki nami
Haan lekin dubo ke sukhe talaab mein
Hai bahut pasand uska andaz-e-bayaan
Khali lautun na, de aadha kabhi paav mein.
Love Poem In Hindi That Will Touch Your Heart | सॉरी मेरी जॉं
तुम कहते हो, मेरे लिए सब कुछ छोड़ना होगा
एक की एवज़ में दस टहनियों को मरोड़ना होगा
सॉरी मेरी जॉं, दूरी बनाऊंगा मैं इतने बड़े हादसे से
खुशियों के संसार से अनचाहे मुंह मोड़ना होगा
गर प्यार की शर्त यही के तमाम दुनिया दुत्कारो
उस सूरत में मुझे बेरूखियों से नाता जोड़ना होगा
बैठकर साथ जिनके मैंने मिट्टी के निवाले डकारे
तेरी खातिर उन्हें तिल-तिल कर तोड़ना होगा
अमल प्यार का वही जो हमें कड़ी में बांधकर रखे
इससे पहले के दिल आपे से बाहर हो, झंझोड़ना होगा
शुक्र तेरा और तोसे मिली चाहत की बरक़त का
भूल जाना मुझे सोचकर, था वो ज़ख़ीरा नफ़रत का।
-राज सरगम
Tum kehte ho, mere liye sab kuch chhodna hoga
Ek ki evaz mein dus tehanion ko marodana hoga
Sorry meri jaan, doori banaunga mein itne bade haadse se
Khushion ke sansaar se anchaahe munh modna hoga
Gar pyaar ki shart yehi ke tamaam duniya dutkaro
Us soorat mein mujhe berukhion se nata jodna hoga
Baithkar saath jinke maine mitti ke niwaale dakaare
Teri khaatir unhein til-til kar todna hoga
Amal pyaar ke vahi jo humein kadi mein bandhkar rakhe
Isse pehle ke dil aape se bahar ho, jhanjhodana hoga
Shukr tera aur tose mili chahat ki barqat ka
Bhul jana mujhe sochkar, tha wo zakhira nafrat ka.
Short Love Poems | प्यार
सही मायनों में इसे परिभाषित करना मुश्किल है
मिले मुट्ठी भर फासले इसमें, होती रूह सजल है
थी शून्य कायनात, नहीं थी वजूद में कोई संख्या
हासिल इसी प्यार से, जो महके गीत ग़ज़ल है
रूत-ए-खिज़ां थी, थे बेकरार पेड़ के डाल-पात
करेगा बयाँ फलक कोने पर घुमड़ा जो बादल है
दौड़ आती काटने को हर शय जो डाले डेरा यहाँ
डालते इल्ज़ाम एक-दूजे पे, कहकर मंज़र पागल है।
-राज सरगम
Sahi mayno mein ise paribhashit karna mushkil hai
Mile mutthi bhar faasle isme hoti rooh sajal hai
Thi shoony kaaynaat nhi thi vajood mein koi sankhya
Haasil isi pyaar se jo mehke geet gazal hai
Root-e-khizan thi, the bekaraar ped ke daal paat
Karega bayaan falak kone par ghumda jo badal hai
Daud aati kaatne ko har shay jo dale dera yahan
Daalte ilzam ek duje pe, kehkar manzar pagal hai.
Whatsapp Status In Hindi | Blue Tick
तुम मैसेज भेजो, दूॅं जवाब मैं सटीक
जो भेजूॅं मैं, मुझे blue tick की भीख
सहूॅं कब तक बे-दिली की बदहज़मी
उठे मरोड़ जज़्बे में कम कभी अधिक
भूल जाता हूॅं समय की पलक मीचते
दिल के फोन संग ग़लत हुआ या ठीक?
करता है मन दोबारा करूॅं मैसेज दोबारा
तुम हो कि देते हो एक झटके में सीख।
-राज सरगम
Tum message bhejo, doon jawab main sateek
Jo bheju main, mujhe Blue Tick ki bhikh
Sahun kab tak be-dli ki badhazmi
Uthe marod jazbe mein kum kabhi adhik
Bhool jata hoon samay ki palak michte
Dil ke phone sang galat huwa ya thik?
Karta hai man dobara karun message dobara
Tum ho ki dete ho ek jhatke mein sikh.
Urdu Kavita In Hindi | ऑक्सीजन हाइड्रोजन
प्यार को समागम सरीखा मनाया
जिस्मानी कोने में रंग रोगन कराया
नयी लगीं धूल जमती चित्रकारियॉं
इतनी बारीकी से रेज़ा-रेज़ा सजाया
बे-खुदी के भाव में उछाल आ रहे हैं
मैख़ाने पे दिलकशी ने ताला लगाया
बूझ ऑक्सीजन हाइड्रोजन का प्रणय सूत्र
सेतु पर खड़े-खड़े लहरों का नाप बताया
हो जाती है मौत लाचार प्रीत के मुहाने पर
यम सावित्री को सत्यवान लौटाता आया।
-राज सरगम
Pyaar ko samagam sarikha manaya
Jismani kone mein rang rogan karaya
Nayi lagti dhool jamti chitrkariyaan
Itni bariki se rezaa-rezaa sajaya
Be-khudi ke bhaav mein uchhaal aa rahe hain
Maikhaane pe dilkashi ne taala lagaya
Boojh oxygen hydrogen ka pranay sootr
Setu par khade-khade laharon ka naap bataya
Ho jati hai maut lachaar preet ke muhane par
Yam Savitri ko Satyavaan lautata aaya.
Poetry In Hindi | खूबियां
सुबह का मंज़र कितना हसीन है
सर्द हवायें, महकी फिज़ा रंगीन है
बूँदें ओस की उठी हैं बिस्तर से
चमक मासूम मुखड़े की ज़हीन है
लागे साया आफताब का चार-सू
जॉं तेरी खूबियां गिने हैं क्यों खिन्न है!
-राज सरगम
Subah ka manzar kitna haseen hai
Sard hawayein mehki fiza rangeen hai
Boodein oas ki uthi hain bistar se
Chamak masoom mukhde ki zaheen hai
Laage saaya aaftaab ka chaar-soo
Jaan teri khoobian gine hain kyon khinn hai!
Sweet Love Poem In Hindi | तेरे मैसेज
वो तेरे मैसेज का जवाब सेकंड में दे बेरोज़गार नहीं है
काम उसके पास लाखों पर तुझसे ऊपर व्यापार नहीं है
हर हालात में परिवार को बीच में ले आता है तू
छड़ा समझ मत सोचना उसके पास परिवार नहीं है
तुझे हर पहलू ऑंखों में बसाकर रखता होगा
बसाता उसे भी है बस एक तेरी चुमकार नहीं है
गुलों से लदा उसका प्रांगण जैसे सिंदूरी सुहागिन की मॉंग
एक तेरी गंध लापता इसलिए हार पूरा तैयार नहीं है
छोड़ फोन तेरे मैसेज तक उनतीस फरवरी से आते हैं
दो चार साल बाद दरस, रखे दर्द, मयस्सर जार नहीं है?
-राज सरगम
Wo tere message ka jawab second mein de, berozgaar nhi hai
Kaam uske paas laakhon par tujhse upar vyapaar nhi hai
Har halaat mein pariwar ko bich mein le aata hai tu
Chhada samjh mat sochna uske paas pariwaar nhi hai
Tujhe har pehlu aankhon mein basakar rakhta hoga
Basata use bhi hai bus ek teri chumkaar nhi hai
Gulon se ladaa uska praangan jaise sniduri suhaagin ki maang
Ek teri gandh laapata isliye haar pura taiyaar nhi hai
Chhod tere phone message tak untis Farvari se aate hain
Do chaar saal baad daras, rakhe dard, mayssar jaar nhi hai?
सुंदर प्रेम कविता | पवित्र
प्रेम वो मनोहारी मुस्कान है
जो श्रीकृष्ण के अधर पर है
प्रेम वो चिरकालिक प्रतीक्षा है
जो पार्वती की डगर पर है
प्रेम वो अदम्य साहस है
जो विष्णु के सुदर्शन चक्र पर है
प्रेम वो पवित्र देव नदी है
जो शंकर के सर पर है
प्रेम वो निश्छल प्रतिमा है
जो मां स्वरूप घर पर है
प्रेम वो शल्य चिकित्सा है
जो दी सुश्रुत ने ऊंचे स्तर पर है
है मूर्खता इसका अपमान
इसकी ग़रज़ हर दर पर है।
-राज सरगम
बे-फ़िक्र ज़ेवर
हाय! नीम-बाज़* चश्म* की कारस्तानी*
गिराए ऐंठन भरे बदन पे तत्ता* पानी
पलकों के शान्त किनारे, जीवन द्वारे
छींटे खुशियों के पत्थरों पे रह रह मारे
हाय! ये निगाहों की रेशमी हरियाली
करूं बिन लागत इसकी देखा भाली
उह! तेरे गले मिलते ये बे-फ़िक्र ज़ेवर
दिखाए रश्क़* की आग कैसे-कैसे तेवर
चल दे दे सुकून अब उतावलेपन को
मिले टखना पाज़ेब की छन छन को।
-राज सरगम
शब्दार्थ:-
“नीम-बाज़- अधखुली, नशीली” “चश्म- आँख”
“कारस्तानी- शरारत, चालाकी, साज़िश” “तत्ता- गर्म” “रश्क़- जलन”
Love Poem in Hindi with English Translation || रेल दोस्ती की
हां अब हमारी बात नहीं होती
कैसे करूं खुलासा इसका
खाते थे सभी कसमें अपनी
उठेगा दोस्ती से उनका भरोसा
अब अरसे में औपचारिकता वश
राम-सलाम hello-Hi है होता
करे खोखला घुन की तरह
ये किसी से ना बतला पाना
गुज़रेंगे दोबारा उसी पटरी पे
रेल दोस्ती की दौड़ाएंगे, आ जा।
-राज सरगम
Haan ab humari baat nhi hoti
Kaise karu khulasa iska
Khate the sabhi kasamein apni
Uthega dosti se unka bharosa
Ab arse mein aupcharakita vash
Ram-salaam Hello-Hi hai hota
Kare khokhla ghun ki tarah
Ye kisi se na batla pana
Guzarenge dobara usi patri pe
Rail dosti ki daudayenge, aa ja.
Great! Relatable lines
Thanks a lot
Wow! Kya shabd ha. Meri life se ek ek juda lagta ha
Bahut shukriya aapka